Saturday, January 5, 2019

कुमार विसवास की मशहूर ग़ज़ल-हम सितारें तुम्हें बुलाते हैं

हम सितारे तुम्हें बुलाते हैं
चाँद हो तो रात कौन करे
अब तुझे रब कहें या बुत समझें
इश्क़ में ज़ात-पात कौन करे
ज़िंदगी भर की थे कमाई तुम
इस से ज़्यादा ज़कात कौन करे

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