चलाया है जो दिल पर तीर तूने, वो किसी ने तो तुझे थमाया होगा
करके बर्बाद इश्क़ मे मुझे, तू भी तो बहुत पछताया होगा
करके बर्बाद इश्क़ मे मुझे, तू भी तो बहुत पछताया होगा
नज़र उठाएँ तो क्या क्या फ़साना बनता है सौ पेश-ए-यार निगाहें झुकाना बनता है वो लाख बे-ख़बर-ओ-बे-वफ़ा सही लेकिन त...
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